आई आई बसंत बयार लहलहाते खेत खलिहान।। आई आई बसंत बयार लहलहाते खेत खलिहान।।
क्यों हो ख़फ़ा से ! क्यों हो ख़फ़ा से !
मेरी नन्ही परियों ने बड़े होकर पूरे जग को महकाया है। मेरी नन्ही परियों ने बड़े होकर पूरे जग को महकाया है।
अपनी जोड़ी सबसे सुंदर राधा का है श्याम गुलाबी। अपनी जोड़ी सबसे सुंदर राधा का है श्याम गुलाबी।
कभी हो गुलज़ार कभी राहों के ख़ार कभी हो गुलज़ार कभी राहों के ख़ार
गुलों पे उतरती है ग़ज़ल रात भर अर्श से जावेद तुमको ही शबज़ाद होना नहीं आता गुलों पे उतरती है ग़ज़ल रात भर अर्श से जावेद तुमको ही शबज़ाद होना नहीं आता